Friday 28 December 2012

कनिष्‍ठ अनुवादक से वरिष्‍ठ अनुवादक के पद पर तदर्थ पदोन्‍नति आदेश जारी.

लीजिए दोस्‍तो पदोन्‍नति का चक्र पूरा हुआ. तदर्थ पदोन्‍नति आदेश जारी हो चुका है. सभी पदोन्‍नत होने वाले साथियों को बहुत बहुत बधाई. 
http://www.rajbhasha.nic.in/sewa28adec12.pdf

वर्ष 2011 की रिक्तियों के विरूद्ध नियमित पदोन्‍नति आदेश जारी..

प्रिय मित्रो वर्ष 2011 की रिक्तियों के विरूद्ध पदोन्‍नति आदेश जारी हो चुका है. और तदर्थ पदोन्‍नति का आदेश भी जल्‍द ही जारी होने जा रहा है. पदोन्‍नति पाने वाले सभी अनुवादक साथियों को हार्दिक बधाई. :)
http://www.rajbhasha.nic.in/sewa28dec12.pdf

Wednesday 26 December 2012

कृपया धैर्य बनाए रखें और त्‍वरित कार्रवाई में विभाग को सहयोग दें....आदेश शीघ्र जारी हो रहे हैं.

प्रिय मित्रो पूर्व में हमने आप सभी को सूचित किया था कि अनुवादकों के नियमितीकरण तथा पदोन्‍नति संबंधी तीनों फाइलें अनुमोदित हो चुकी हैं. तब से लेकर अभी तक राजभाषा विभाग के समस्‍त अधिकारी तमाम औपचारिकताओं को संपन्‍न कर आदेश तैयार करने में व्‍यस्‍त रहे हैं. आज भी राजभाषा विभाग में इस दिशा में पूरी गंभीरता के साथ कार्य हो रहा है. आप सभी से एक विनम्र अनुरोध है कि आप व्‍यक्तिगत रूप से विभाग के अधिकारियों से मिलकर अपनी पोस्टिंग आदि के लिए उन्‍हें नाहक तंग न करें. क्‍योंकि यदि हम लोग ही बीच बीच में वहां जाकर संबंधित अधिकारियों के कार्य में व्‍यवधान डालेंगे तो यह आदेश समय पर जारी नहीं हो पाएंगे. ट्रांसफर पोस्टिंग के संबंध में विभाग एक सामान्‍य नीति के तहत ही कार्य कर रहा है. जिन साथियों को वर्तमान कार्यालयों में 10 वर्ष हो चुके हैं उनका अनिवार्य रूप से तबादला किया जाएगा. आज शाम तक वरिष्‍ठ अनुवादों के नियमितीकरण तथा नियमित पदोन्‍नति आदेश जारी हो जाएंगे तथा तदर्थ आधार पर पदोन्‍नति आदेश कल सुबह तक जारी किए जाएंगे. तब तक धैर्य बनाएं रखें एवं निश्‍चिंत रहें....एसोसिएशन इस प्रगति पर निगाह बनाए हुए है. कुछ देर पूर्व पहला आदेश जारी हो चुका है कृपया लिंक देखें:
http://www.rajbhasha.nic.in/sewa26dec12.pdf

Friday 21 December 2012

पदोन्‍नति आदेश और नियमितिकरण की फाइलें अनुमोदित हुईं..... अनुवादक साथियों को हार्दिक बधाई

प्रिय मित्रो....खुशखबरी है. अंतत: हम सफल हुए. अभी अभी हमें सूचना मिल रही है कि वरिष्‍ठ अनुवादकों के नियमितीकरण, वरिष्‍ठ अनुवादकों के रूप में नियमित पदोन्‍नति और तदर्थ वरिष्‍ठ अनुवादकों की पदोन्‍नति संबंधी तीनों फाइल सचिव महोदय द्वारा अनुमोदित हो गई हैं. आदेश जल्‍द ही जारी हो जाऐंगे. सभी अनुवादक मित्रों को हार्दिक बधाई. :)

Wednesday 12 December 2012

माननीय गृह राज्‍य मंत्री जी के साथ अनुवादक एसोसिएशन की बैठक संपन्‍न - दिसंबर में ही पदोन्‍नति का आश्‍वासन



बैठक के उपरांत माननीय मंत्री महोदय के साथ एसोसिएशन के प्रतिनिधि 
प्रिय मित्रो, कनिष्‍ठ अनुवादको के पदोन्‍नति और वरिष्‍ठ अनुवादकों के नियमितिकरण के मामले में तत्‍काल हस्‍तक्षेप हेतु आज एसोसिएशन के एक प्रतिनिधिमंडल ने माननीय गृह राज्‍यमंत्री श्री आर.पी.एन. सिंह से बैठक की. अपनी अंतिम पोस्‍ट में हमने आप सभी को सूचित किया था कि कनिष्‍ठ अनुवादकों की पदोन्‍नति और वरिष्‍ठ अनुवादकों के नियमितिकरण के मामले में तीनों फाइलों पर सचिव, राजभाषा (दिनांक 11.12.12 तक गृह मंत्रालय के सचिव के पास अतिरिक्‍त प्रभार) द्वारा की गई कुछ विपरीत टिप्‍पणियों के कारण अधर में लटक गई थीं. मामला गंभीर हो चला था. इसीलिए माननीय गृह राज्‍य मंत्री जी के साथ हुई इस बैठक में यह मुद्दा हमारी प्राथमिकता में सर्वोपरि था. श्री सिंह के साथ लगभग 20-25 मिनट चली इस बैठक में एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने तार्किक रूप से अपनी समस्‍त बातें उनके समक्ष रखीं. जिन्‍हें मंत्री जी ने पूरे धैर्य और गंभीरता के साथ सुनकर समझा. उन्‍होंने इस मामले में हर संभव सहयोग का आश्‍वासन दिया है और कहा कि वे कल ही इस विषय में राजभाषा विभाग के वरिष्‍ठ अधिकारियों से बातचीत करेंगे और 31 दिसंबर से पूर्व ही ये आदेश जारी कराने का पूरी तरह प्रयास करेंगे. इसके अतिरिक्‍त कनिष्‍ठ अनुवादकों हेतु 4600 रू ग्रेड पे की मांग, भर्ती नियमों में संशोधन तथा अनुवादकों हेतु ओपन पास जैसे मुद्दों पर भी एसोसिएशन ने उनका ध्‍यान आकृष्‍ट किया. मंत्री महोदय ने फिलहाल पदोन्‍नति संबंधी मामले की समयबद्धता के आलोक में सबसे पहले इसी मामले पर ध्‍यान केन्द्रित करने की आवश्‍यकता महसूस की और कहा कि अन्‍य मुद्दो पर भी वे हमसे विस्‍तृत चर्चा करना चाहेंगे. इसके लिए उन्‍होंने कुछ दिनों बाद पुन: एक बैठक करने के लिए कहा है. आज की बैठक पूरी तरह सकारात्‍मक और उत्‍साहपूर्ण रही. प्रतिनिधिमंडल में एसोसिएशन के अध्‍यक्ष श्री दिनेश कुमार सिंह, उपाध्‍यक्ष श्रीमती विशाखा बिष्‍ट, संयुक्‍त सचिव श्री पांडेय राकेश श्रीवास्‍तव एव श्री सौरभ आर्य, कोषाध्‍यक्ष श्री कुमार राधारमण, कार्यकारिणी सदस्‍य श्री मंजुल मूर्ति तथा वरिष्‍ठ अनुवादक श्री आर.आर. शुक्‍ला मौजूद थे.


Monday 10 December 2012

कार्यकारिणी की बैठक से संबंधित सूचना



केन्द्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा अनुवादक एसोसिएशन की कार्यकारिणी की एक बैठक अध्यक्ष श्री दिनेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में दिनांक 07 दिसंबर, 2012 (शुक्रवार) दोपहर 1 बजे नॉर्थ ब्लॉ्क के निकट संपन्न हुई. इस बैठक में पदाधिकारियों द्वारा कार्यकारिणी के सदस्यों को विभिन्न मुद्दों पर अद्यतन स्थिति से अवगत कराया गया तथा सभी मुद्दों पर प्रभावी कार्रवाई हेतु रणनीति तैयार की गई. 
प्रमुख बातें इस प्रकार रहीं : 1. कैडर के सम्मुख इस समय आ रही चुनौतियों के मद्देनज़र तय किया गया कि प्रत्येक माह नियमित रूप से कार्यकारिणी की बैठक आयोजित की जाएगी जबकि एसोसिएशन के समस्त पदाधिकारी नियमित रूप से एक दूसरे के साथ संपर्क में रहेंगे और 15 दिन में कम से कम एक बार अनिवार्य रूप से सातों पदाधिकारी समीक्षा बैठक करेंगे.

2. इस समय एसोसिएशन एक साथ कई मोर्चों पर चुनौतियों का सामना कर रही है अतएव पदाधिकारियों को कार्यकारिणी के सभी साथियों का सक्रिय सहयोग चाहिए. इस उद्देश्य के लिए नौ-दस उप समितियों की रूप रेखा तैयार की गई है जिनका विवरण एक-दो दिनों में कार्यकारिणी के सदस्यों को प्रेषित कर दिया जाएगा. इन समितियों के सदस्य नियमित रूप से आपस में संपर्क रखकर स्वतंत्र रूप से कार्य करेंगे ताकि प्रत्येक विषय में प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके. इससे कार्यकारिणी के सदस्यों की प्रतिभागिता भी सुनिश्चित होगी.


3. अध्यक्ष श्री दिेनेश कुमार ने बैठक को सूचित किया कि वरिष्ठ अनुवादकों के नियमितिकरण एवं कनिष्ठ अनुवादकों की पदोन्नति का मामला अंतिम स्तर तक पहुंच चुका था परंतु अब सचिव, राजभाषा विभाग द्वारा हाल ही में संबंधित फाइलों पर कुछ प्रश्न खड़े करने से मामला एक बार फिर अधर में लटक गया है. हम निराश जरूर हैं पर हिम्मत नहीं हारेंगे. इस समय विभाग और एसो‍सिएशन इस मामले में तुरंत सकारात्मक कार्रवाई के लिए उच्चतम स्तर पर प्रयासरत हैं. इस संबंध में सभी प्रकार की जानकारी आप लोगों से साझा की जाती रहेंगी.


4. कनिष्ठ अनुवादकों हेतु 4600 ग्रेड वेतन की मांग के संबंध में तैयार किए जा रहे प्रतिवेदन पर विस्तृत चर्चा की गई. इस मामले में एक समिति ने कार्य करना प्रारंभ कर दिया है. अगले दो-तीन दिनों में ही इस मामले में विभाग को प्रतिवेदन सौंप दिया जाएगा. 


पदोन्‍नति का मामला हमारी प्राथमिकता में सर्वोपरि है और इस दिशा में यथासंभव प्रयास किए जा रहे हैं.

Monday 3 December 2012

कनिष्‍ठ अनुवादकों हेतु 4600 ग्रेड पे सं‍बंधी प्रतिवेदन हेतु सुझाव आमंत्रित


कनिष्‍ठ अनुवादक हेतु 4600 ग्रेड वेतन प्रदान किए जाने के संबंध में हम अपना प्रतिवेदन तैयार कर रहे हैं. इस प्रतिवेदन में की गई मांग के समर्थन में व्‍यय विभाग, वित्‍त मंत्रालय के 24.11.2008 तथा 13.11.2009 के ओएम के साथ साथ श्रीमती टी.पी.लीना के मामले से संबंधित केरला कैट ब्रांच, केरला उच्‍च न्‍यायालय तथा सर्वोच्‍च न्‍यायालय के आदेशों की प्रतियां, चीफ इन्‍फोर्मेूशन कमीशन का 19 अक्‍तूबर, 2010 का आदेश, कुछ अन्‍य कार्यालयों के वेतन नियतन आदेश जहां कनिष्‍ठ अनुवादकों को 4600 रू ग्रेड पे का लाभ दिया जा चुका है, की प्रतियां हम संलग्‍न कर रहे हैं. यूं तो इस विषय में किसी प्रकार का संशय नहीं है एवं मौजूदा दस्‍तावेज ही पर्याप्‍त हैं परंतु फिर भी इस संदर्भ में आप सभी साथियों से अनुरोध है कि यदि आपके संज्ञान में किसी न्‍यायालय का कोई ऐसा आदेश अथवा कोई अन्‍य महत्‍वपूर्ण दस्‍तावेज या कोई सुझाव जो इस प्रतिवेदन को और सशक्‍त बना सकता है तो कृपया यहां अथवा एसोसिएशन की मेल आई डी translatorsofcsols@yahoo.in पर दिनांक 05.12.2012 सांय 5 बजे तक प्रेषित कर दें अथवा किसी भी पदाधिकारी को व्‍यक्तिगत रूप से संपर्क करके सौंप दें. प्रतिवेदन के अंतिम रूप से तैयार होने के उपरांत अगले सप्‍ताह की शुरूआत में इसे संबंधित अधिकारियों/कार्यालय को सौंप दिया जाएगा. 

हमें पूर्ण विश्‍वास है कि जीत हमारी ही होगी. :) 

Monday 26 November 2012

श्रीमती लीना ने जीती हक की लडाई

शुभ सूचना: प्रिय मित्रो श्रीमती टी.पी.लीना अंतत: अपने हक की लडाई जीत चुकी हैं.
 श्रीमती लीना के एमएसीपी के मामले से आप सभी परिचित ही हैं. श्रीमती लीना का यह मामला सर्वोच्‍च न्‍यायालय तक आया और कैट (केरला ब्रांच), केरला उच्‍च न्‍यायालय की भांति यहां भी मामला श्रीमती लीना के हक में ही रहा. परंतु इस दौरान श्रीमती लीना ने एसोसिएशन से संपर्क कर बताया कि उनका विभाग अभी भी उन्‍हें उनके वाजिब हक देने में आनाकानी कर रहा है. अभी हम अंतिम तिथी 21 नवंबर का इंतजार करना चाहते थे और उधर श्रीमती लीना इस फैसले की अनुपालना न होने की स्थिति में कंटैम्‍प्‍ट आफ कोर्ट दायर करने पर विचार कर रही थी. परंतु श्रीमती लीना ने हमें शुभ सूचना दी है कि उनके विभाग ने अब 21 नवंबर को न्‍यायालय के आदेशानुसार एमएसीपी का लाभ देते हुए पुन: वेतन का निर्धारण कर दिया है तथा उन्‍हें उनके समस्‍त एरियर आदि का भुगतान कर दिया है. श्रीमती लीना से हमने समस्‍त दस्‍तावेजों के लिए अनुरोध किया हुआ है....एसोसिएशन भी इस संबंध में शीघ्र ही उचित स्‍तर पर अपना प्रतिवेदन प्रस्‍तुत करेगी. श्रीमती लीना को एसोसिएशन और कैडर के समस्‍त साथियों की ओर से पुन: हार्दिक बधाई :)

Friday 16 November 2012

2009 बैच के अनुवादकों के ध्‍यानार्थ


वर्ष 2009 बैच के सभी अनुवादक साथी कृपया निम्‍न आदेश पर नज़र डालें और जिनकी गोपनीय रिपोर्ट वांछित हैं वे 21 नवंबर, 2012 तक राजभाषा विभाग को उपलब्‍ध कराने का कष्‍ट करें ताकि जिन्‍होंने अपनी 2 वर्ष की परीवीक्षा अवधि पूरी कर ली है उन्‍हें स्‍थाई किया जा सके. 

http://www.rajbhasha.nic.in/sewa16nov12.pdf

Tuesday 13 November 2012

ज्‍योति पर्व दीपावली की शुभकामनाएं

केन्‍द्रीय सचिवालय राजभाषा सेवा अनुवादक एसोसिएशन की तरफ से सभी अनुवादक साथियों एवं उनके परिजनों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं. हम सभी ईश्‍वर से कामना करते हैं कि यह दिवाली आप सबके जीवन में अपार सुख और समृद्धि लेकर आए.:)

Thursday 8 November 2012

पदोन्‍नति , नियमितीकरण तथा 1986 केस से संबंधित ताजा जानकारियां

1 नवंबर, 2012 :
 वरिष्‍ठ अनुवादकों के पदों पर रेगुलराइजेशन की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है. इस क्रम में पहली डीपीसी आज हो चुकी है...और आज कुल 32 तदर्थ वरिष्‍ठ अनुवादकों को नियमित करने की प्रक्रिया सम्‍पन्‍न हो चुकी है. इसी प्रकार अगले कुछ दिनों में नियमित रूप से अन्‍य अनुवादकों को भी नियमित किया जाता रहेगा. जूनियर से सी‍नियर ट्रांसलेटर के पदोन्‍नति आदेश भी शीघ्र ही जारी कर दिए जाएंगे. आज नियमित होने जा रहे सभी साथियों को बधाई :)
(उपरोक्‍त संदेश एसोसिएशन के फेसबुक समूह CSOLS में 1 नवंबर को पोस्‍ट किया गया था) 
https://www.facebook.com/groups/102662746540329/

06 नवंबर, 2012: 

1986 केस में अपडेट:
इस केस में आज राजभाषा विभाग द्वारा कैट में रिजॉइन्‍डर दायर किया गया है जिस पर एसोसिएशन को 19 दिसंबर, 2012 तक उत्‍तर देना है. इस रिजॉइन्‍डर की प्रति स्‍कैनिंग के उपरांत (लगभग 50-55 पृष्‍ठ) सभी अनुवादक साथियों के संदर्भ हेतु शीघ्र ही अपलोड़ की जाएगी.


07 नवंबर, 2012 : 
वरिष्‍ठ अनुवादकों को नियमित करने की प्रक्रिया निरंतर आगे बढ़ रही है. इस संबंध में वरीयता सूची में क्रम संख्‍या 150 से अधिक तक अनुवादकों को नियमित करने के लिए डीपीसी की प्रकिया सम्‍पन्‍न हो चुकी है. (जिसमें वर्तमान तदर्थ वरिष्‍ठ अनुवादक तथा वर्तमान ऐसे कनिष्‍ठ अनुवादक जिनकी वरिष्‍ठ अनुवादक ग्रेड में पदोन्‍नति हो रही है, दोनों शामिल हैं). वहीं जिन कनिष्‍ठ अनुवादकों को तदर्थ आधार पर वरिष्‍ठ अनुवादक ग्रेड में पदोन्‍नत किया जाना है उनकी डीपीसी कल की जाएगी. यह सूची किस क्रम संख्‍या तक जाकर समाप्‍त होगी यह आदेश के अंतिम रूप लेने उपरांत ही स्‍पष्‍ट हो पाएगा. उधर पदोन्‍नति संबंधी विभिन्‍न प्रक्रियाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है. 

Thursday 1 November 2012

कनिष्‍ठ अनुवादकों की अंतिम वरीयता सूची जारी

प्रिय मित्रो, आपको जानकर हर्ष होगा कि राजभाषा विभाग द्वारा कनिष्‍ठ अनुवादकों की अंतिम वरीयता सूची जारी की जा चुकी है. कृपया निम्‍न लिंक देखें. अब अनुवादकों की यह सूची वर्ष 2010 के बैच तक सलेक्‍ट लिस्‍ट वार अद्यतन की जा चुकी है. सभी अनुवादक साथियों को बधाई. आशा है कि अगले चरण भी जल्‍द ही पूरे होंगे. वरीयता सूची देखने के लिए निम्‍न लिंक देखें :

http://www.rajbhasha.nic.in/jtnov12.pdf 

Saturday 27 October 2012

सप्ताह की रिपोर्ट : दिनांक 22 अक्टूबर से 26 अक्टूबर, 2012

नीचे दी गई सूचनाएं एसोसिएशन के फेसबुक पेज पर क्रमशः दिनांक 23, 25 तथा 26 अक्टूबर को प्रकाशित की गई थी. ब्लॉग के पाठकों की मांग पर इन्हें यहां प्रस्तुत किया जा रहा है...


दिनांक 23 अक्टूबर, 2012 

एसोसिएशन ने अपने अंतिम लेख के माध्यम से आप सभी को सूचित किया था कि विभाग द्वारा एसएससी से 1991 ,1992 तथा 1993 के परीक्षा परिणाम प्राप्त होने की आशा व्यक्त करने के बाद एसोसिएशन ने एसएससी के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाक़ात कर इस दिशा में शीघ्र कार्रवाई करने का अनुरोध किया था. अब एसएससी से हमें प्राप्त सूचना के अनुसार विभाग के पास केवल 1993 बैच का रिजल्ट उपलब्ध है ओर इसे वे शीघ्र ही राजभाषा विभाग को प्रेषित कर रहे हैं. कल सोमवार को एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने विभाग के सम्बंधित अधिकारियों से इस विषय में बातचीत की और एसएससी के पास रिजल्ट न होने के बारे में उन्हें सूचित किया. साथ ही इस स्थिति में आगे की कार्रवाई के बारे में पूछा. इस दौरान हमारे दिए गए सुझावों पर कार्रवाई का आश्वासन देते हुए विभाग के अधिकारियों ने कहा कि अब उपलब्ध रिकॉर्ड के आधार पर तथा एसएससी से 1993 का परिणाम आज प्राप्त होते ही अंतिम वरीयता सूची को विभाग की वेबसाईट पर अपलोड कर दिया जायेगा. उधर संयुक्त सचिव महोदय से डीपीसी हेतु अनुमति प्राप्त हो गई है. इस समय विभाग सभी कार्मिकों की गोपनीय रिपोर्ट की जांच कर रहा है. हमें आशा है ...हाँ सिर्फ आशा...विश्वास नहीं, कि दो दिनों में वरीयता सूची जारी कर दी जाएगी और तत्पश्चात अगले दो से तीन दिनों में वांछित आदेश जारी कर दिए जायेंगे. इसीलिए, दूसरी तरफ एसोसिएशन माननीय गृह राज्य मंत्री जी से मुलाक़ात के लिए समय मांग रही है ताकि विभाग की ओर से अब किसी प्रकार की अनावश्यक देरी न होने पाए.

दिनांक 25 अक्टूबर, 2012 
एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने आज दोपहर 3 बजे राजभाषा विभाग के अनुभाग अधिकारी (सेवा) से मुलाकर कर अंतिम स्थिति की जानकारी ली. हमें सूचित किया गया कि वरीयता सूची को अंतिम रूप दिया जा चुका है....और इसे मंगलवार तक विभाग की साईट पर डाला जायेगा. इस विलम्ब के सम्बन्ध में हमें कोई संतोषजनक उत्तर प्राप्त नहीं हुआ. 

दिनांक 26 अक्टूबर, 2012 
कैडर के विभिन्‍न ज्‍वलंत मुद्दों की समीक्षा तथा आगामी रणनीति को तय करने के लिए एसोसिएशन के सभी पदाधिकारियों की आज दोपहर एक बैठक संपन्‍न हुई. कनिष्‍ठ अनुवादकों के पदोन्‍नति के मामले में विभाग अपनी किसी भी समय सीमा की पालना नहीं कर रहा है...अतएव इन हालातों में तय किया गया कि एसोसिएशन के प्रतिनिधि सोमवार को ही राजभाषा विभाग के सचिव महोदय से मुलाकात करेंगे. इधर एसोसिएशन माननीय गृह राज्‍य मंत्री जी से मिलने का समय मांग रही है. इस बार हम सभी अनुवादक साथी एक साथ उनसे मिलकर अनुवादकों के साथ हो रहे अन्याय को रोकने के लिए तत्‍काल हस्‍तक्षेप की मांग करेंगे. पदोन्‍नति के मामले के साथ-साथ तमाम अन्‍य ज्‍वलंत मुद्दों जिनमें प्रमुखता से कैडर में तदर्थवाद को समाप्‍त करना, संवर्ग समीक्षा का पूरा लाभ कार्मिकों को दिए जाने, सभी पदों पर नियमित नियुक्ति तथा सहायक निदेशकों के पिछले पदों को पदोन्‍नति आधार पर भरे जाने, नए भर्ती नियमों में एसोसिएशन के सुझावों को शामिल करने, अनुवादकों हेतु ओपन पास दिए जाने समेत तमाम अन्‍य महत्‍वपूर्ण विषयों पर हम सब एक साथ अपनी बात रखेंगे. मंत्री जी से जल्‍द ही मिलने का समय मिलने की आशा है. मंत्री जी से मिलने से पूर्व एसोसिएशन एक आम सभा की बैठक आयोजित करना चाहेगी ताकि कुछ महत्‍वपूर्ण विषयों पर सहमति बन सके.

तो मित्रो आप सभी तैयार रहें... मंत्री जी से समय मिलते ही हम सब उनसे मिलेंगे. संगठित रहें...सकारात्‍मक रहें और अपनी साझी शक्ति में विश्‍वास रखें. हम जरूर जीतेंगे :)

Thursday 18 October 2012

अनुवादकों के साथ और अन्‍याय स्‍वीकार नहीं...


प्रिय मित्रो
इन दिनों हम सभी कनिष्‍ठ अनुवादकों के पदोन्‍नति आदेश जारी होने की प्रतीक्षा कर रहे हैं. यह स्‍वयं में बड़े खेद का विषय है कि जो आदेश आज से लगभग एक वर्ष पूर्व ही जारी हो जाने चाहिए थे वे किसी न किसी वजह से आज तक जारी नहीं किए जा सके हैं. जबकि संवर्ग के ही तमाम वरिष्‍ठ अधिकारियों के पदोन्‍नति आदेश जारी हुए अरसा बीत चुका है. मामले की जड़ में जाकर अगर देखें तो साफ हो जाता है कि यह विलंब केवल और केवल राजभाषा विभाग की अपनी खामियों के कारण हुआ है जिसका खामियाजा सैकडों अनुवादकों को झेलना पड़ रहा है. कई माह पूर्व विभाग ने अनुवादकों से ई.आर शीट के द्वारा अपना सेवा संबंधी विवरण उपलब्‍ध कराने के निर्देश दिये. जिस समय एसोसिएशन के चुनाव हुए उस समय तक विभाग ई.आर शीट मांग कर उनके प्राप्‍त होने की प्रतीक्षा कर रहा था. एसोसिएशन ने आते ही विभाग के अधिकारियों से इस दिशा में शीघ्र कार्रवाई करने के लिए कहा तब विभाग ने अपनी प्रक्रिया को तेज किया.

      गलती विभाग की थी परंतु कैडर के हित को देखते हुए हमने इन गलतियों का रोना रोने की बजाए विभाग की सहायता करने का निर्णय लिया. विभाग द्वारा अनुवादकों से मांगी गई ई.आर. शीट, सतर्कता निकासी, और अंत में उनके रैंक संबंधी दस्‍तावेजों को उपलब्‍ध कराने में एसोसिएशन के सभी सदस्‍यों ने गंभीरता के साथ दिन रात एक करके इस दिशा में कार्य किया.

      पर अब एक नई समस्‍या उत्‍पन्‍न हुई. राजभाषा विभाग के पास 1991, 1992 और 1993 के परीक्षा परिणाम उपलब्‍ध नहीं थे. राजभाषा विभाग ने पूर्व में कर्मचारी चयन आयोग से सचिव स्‍तर तक हुए पत्राचार द्वारा इन्‍हें प्राप्‍त करने का प्रयास किया, परंतु एसएससी ने ये परिणाम उपलब्‍ध कराने में अपनी असमर्थता जाहिर की.कुछ अनुवादकों द्वारा उपलब्‍ध कराए गए विवरण में उनकी रैंक संख्‍या गलत थी तो अनेक अनुवादकों ने रैंक का उल्‍लेख ही नहीं किया था. अब विभाग ने उन सभी लोगों की रैंक मंगाने/ सुनिश्चित करने की प्रकिया शुरू की. काम आसान न था. इसके लिए उन सभी अनुवादकों को उन कार्यालयों में जाना था जहां उन्‍होंने सेवा की शुरूआत में पदभार ग्रहण किया था. और वहां अपनी पर्सनल फाइल से उस दस्‍तावेज की प्रति हासिल करनी थी जो विभाग ने स्‍वयं अमुक कार्यालय को उस अनुवादक के डॉजियर भेजते समय आवरण पत्र के रूप में भेजा था. बडी हास्‍यास्‍पद बात थी कि विभाग एक अनुवादक से उस दस्‍तावेज की प्रति लाने के लिए कह रहा था जो स्‍वयं विभाग द्वारा जारी‍ किया गया था. हमें पता चला कि विभाग से वह फाइल भी गायब है जिस फाइल से ये दस्‍तावेज जारी किए गए थे. यह अव्‍यवस्‍था एवं अकर्मण्‍यता की पराकाष्‍ठा थी.

      परंतु आज से बरसों वर्ष पूर्व मौजूद अधिकारियों की नाकामी का खामियाजा अनुवादक क्‍यों भुगतें. मरता क्‍या न करता. हर अनुवादक ने दौड़ भाग करके ये दस्‍तावेज भी विभाग को उपलब्‍ध कराए. पर इस दौरान तमाम अनुवादकों ने ऐसा करने में असमर्थता जताई अथवा उनके विभागों से उन्‍हें रिकॉर्ड प्राप्‍त नहीं हुआ. तब एसोसिएशन के सदस्‍यों ने भाग दौड कर स्‍वयं उनके कार्यालयों में जाकर ये दस्‍तावेज हासिल किए और उनके रिकॉर्ड विभाग को उपलब्‍ध करवाए. परंतु कुछ अनुवादकों के विवरण हर संभव प्रयास के बावजूद भी प्राप्‍त नहीं किए जा सके.

      दूसरे शब्‍दों में कहें तो एसोसिएशन ने विभाग की विगत गलतियों को नजरअंदाज कर विभाग की हर मांग को पूरा किया. क्‍योकि हम चाहते थे कि पिछली गलतियां फिर से न दोहराई जाएं और भविष्‍य में विभाग के कार्य में पारदर्शित आ सके. परंतु विभाग के अधिकारी समय समय पर संवर्ग के हित में विभिन्‍न कदम उठाए जाने की आड़ में आश्‍वासन पर आश्‍वासन देते रहे और यह स्‍वयं में बहुत कष्‍टप्रद था कि ऐन मौके पर विभाग कोई न कोई नई अड़चन बता कर पदोन्‍नति आदेश जारी करने से बचता रहा.

        हां, इस दौरान धैयपूर्वक कार्य करते रहने का सुफल यह रहा कि हम वरीयता सूची से तमाम विसंगतियों को दूर कराने और वरीयता सूची को सलेक्‍ट लिस्‍ट आधारित बनवाने में सफल रहे। इस पूरी कवायद का एक लाभ यह भी रहा कि कनिष्‍ठ एवं वरिष्‍ठ अनुवादकों की सूची में से कुल 42 ऐसे अनुवादकों की पहचान हुई जो या तो सेवा छोड़कर जा चुके हैं/दिवंगत हो चुके हैं. यह एक प्रकार से हमें 42 नए पद मिलने जैसा था.

      अब फिलहाल की स्थिति के अनुसार 1991, 1992 और 1993 बैच के कुल 10-15 अनुवादकों की रैंक विभाग को उपलब्‍ध नहीं हुई हैं. पूर्व में दिए गए आश्‍वासन के अनुसार विभाग के वरिष्‍ठ अधिकारियों ने कहा था कि जिन अनुवादकों की रैंक प्राप्‍त नहीं होगी उन्‍हें फिलहाल उनके बैच में सबसे अंत में रखकर आदेश जारी कर दिए जाएंगे और भविष्‍य में जैसे ही उनके ये दस्‍तावेज प्राप्‍त हो जाएंगे उन्‍हें दुरूस्‍त कर लिया जाएगा. इस दौरान एसोसिएशन के प्रतिनिधियों की संयुक्‍त सचिव (सेवा) से 4 बार बैठक हो चुकी थी. लगभग डेढ़ माह पूर्व भी उन्‍होंने एसोसिएशन को वायदा किया कि अगले 20 दिनों में ये आदेश जारी कर दिए जाएंगे परंतु ऐसा नहीं हुआ. हाल ही में विभाग ने एसोसिएशन को आश्‍वासन दिया था कि दिनांक 12 अक्‍तूबर को एक अंतिम वरीयता सूची जारी की जाएगी. जब ऐसा नहीं हुआ तो 15 अक्‍तूबर को एसोसिएशन के प्रतिनिधि राजभाषा विभाग के अधिकारियों से मिले तो उन्‍होंने सूचित किया कि अब उन्‍हें कर्मचारी चयन आयोग से वे सभी परीक्षा परिणाम मिलने की आशा है जो आज तक नहीं मिले थे. यह सबसे बड़ा आश्चर्य था कि जो परीक्षा परिणाम पिछले एक वर्ष में उपलब्‍ध न हो सके वे अब रातों रात कहां से पैदा हो गए. हमें बताया गया कि अब विभाग उन परीक्षा परिणामों की प्रतीक्षा करेगा और उनके मिलने पर ही अंतिम वरीयता सूची जारी करेगा. अब हमारे सब्र का बांध टूट चुका था. अब तक के अनुभव के आधार पर हम भविष्‍य में भी विभाग के आश्‍वासनों पर विश्‍वास नहीं कर सकते थे.

उपर्युक्‍त समस्‍त घटनाक्रम हम आपसे इसलिए साझा कर रहे हैं ताकि आप भी जान सकें कि अब तक क्‍या और क्‍यों हुआ. इसके बाद की हर घटना हम आप सबसे सांझा करेंगे. दिनांक 15 अक्‍तूबर को ही एसोसिएशन ने प्रण लिया कि अब इसके बाद विभाग की किसी भी अनावश्‍यक बात को स्‍वीकार नहीं किया जाएगा और आगे की रणनीति बना कर कार्य प्रारंभ किया....

दिनांक 16 अक्‍तूबर, 2012
दोपहर 3.00 बजे
राजभाषा विभाग के संयुक्‍त सचिव (सेवा) के साथ पांचवी बैठक
इस बैठक में भी श्री पाण्‍डेय ने एसएससी से परीक्षा परिणाम प्राप्‍त होने की आशा व्‍यक्‍त की और आश्‍वासन दिया कि परीक्षा परिणाम प्राप्‍त होते ही वह दो दिनों में डीपीसी आयोजित कर पदोन्‍नति आदेश जारी कर देंगे एवं यदि एसएससी से इस सप्‍ताह के अंत तक परीक्षा परिणाम प्राप्‍त नहीं होंगे तो वह उपलब्‍ध रिकॉर्ड के आधार पर कार्रवाई करेंगे.

दिनांक 17 अक्‍तूबर, 2012
प्रात: 11 बजे
कर्मचारी चयन आयोग के वरिष्‍ठ अधिकारियों के साथ बैठक
उपरोक्‍त परीक्षा परिणाम यथाशीघ्र प्राप्‍त हो सके इसके लिए एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने स्‍वयं ही पहल कर एसएससी के वरिष्‍ठ अधिकारियों से मिलना बेहतर समझा. इस क्रम में हम एसएससी के मैंबर तथा संबंधित निदेशक से मिले. दोनों अधिकारियों ने इस घटनाक्रम पर आश्‍चर्य व्‍यक्‍त करते हुए इस दिशा में तत्‍काल सहायता करने का आश्‍वासन दिया है. इसी क्रम में हमें सूचित किया गया कि 1993 का परीक्षा परिणाम एसएससी को मिल गया है एवं 1991 एवं 1992 के परीक्षा परिणाम भी मिलने की संभावना है.

इधर हमने तय किया है कि यदि अगले दो दिनों में परीक्षा परिणाम प्राप्‍त नहीं होते हैं तो हम योजनाबद्ध तरीके से सर्वप्रथम विभाग से तुरंत आदेश जारी करने का आग्रह करेंगे. परंतु यदि विभाग द्वारा फिर कोई अडचन खड़ी की गई तो हम तुरंत सचिव महोदय से मिलेंगे और फिर भी यदि समस्‍या का निदान नहीं हुआ तो समस्‍त अनुवादक एक साथ माननीय गृह राज्‍य मंत्री जी से मिल कर अपना दर्द उनके समक्ष रखेंगे. इससे आगे की योजना समय पर ही सबके साथ साझा की जाएगी. अब हम किसी भी सूरत में और समय विभाग को नहीं दे सकते और अनुवादकों के साथ और अधिक अन्‍याय स्‍वीकार नहीं करेंगे. आप सबका सहयोग अपेक्षित है.

‘विभाग के पास कई वैध प्रश्‍नों का उत्‍तर नहीं है जिसके बारे में आगे होने वाली आम सभा की बैठक में विस्‍तारपूर्वक बताया जाएगा’

Wednesday 17 October 2012

सर्वोच्‍च न्‍यायालय में अनुवादकों के हित में हुए फैसले की शुभकामनाएं



प्रिय मित्रो, आप सभी श्रीमती टी.पी. लीना (कनिष्‍ठ अनुवादक) के केरला उच्‍च न्‍यायालय के उस केस से परिचित ही होंगे जिसमें केरला कैट बैंच ने श्रीमती लीना के एमएसीपी के मामले में उन्‍हें कनिष्‍ठ अनुवादक के तौर पर 4600 रू ग्रेड पे का हकदार मानते हुए तदनुसार क्रमश: 4800 एवं 5400 रू की एमएसीपी प्रदान करने के आदेश दिए थे. परंतु सरकार द्वारा मामले को केरला उच्‍च न्‍यायालय में चुनौती दी गई...और पुन: फैसला श्रीमती लीना के पक्ष में दिया गया था. इसके उपरांत श्रीमती लीना के विभाग ने मामले को सर्वोच्‍च न्‍यायालय में चुनौती दी. इसी दौरान एसोसिएशन श्रीमती लीना के संपर्क में आई और मामले पर निकट से निगरानी रखी जा रही थी. दिनांक 15.10.2012 को इस मामले को सुप्रीम कोर्ट में एडमिट या खारिज करने के संबंध में पहली तारीख थी. आपको जानकर हर्ष होगा कि माननीय सर्वोच्‍च न्‍यायालय ने इस मामले में सरकारी पक्ष में कोई मैरिट न देखते हुए इस एसएलपी को एडमिट नहीं किया है. यह अनुवादकों के हित में दूरगामी परिणाम लेकर आने वाला है. इससे न केवल कनिष्‍ठ अनुवादकों को 4600 ग्रेड पे का हक मिलेगा बल्कि क्रमश: 4800 एवं 5400 की एमएसीपी का मार्ग भी प्रशस्‍त होगा. 


इस संबंध में कुछ साथियों ने अनुवादक मित्रों से स्‍वतंत्र रूप से अपने अपने विभागों में अभ्‍यावेदन देने का अनुरोध किया है. इस संबंध में एसोसिएशन का मत है कि इस प्रकार सभी अनुवादकों द्वारा अपने अपने मंत्रालयों/विभागों को पृथक पृथक अभ्‍यावेदन दिए जाने से कोई विशेष लाभ नहीं होगा. क्‍योंकि कोई भी विभाग/मंत्रालय इस मामले में पार्टी नहीं था अतएव वे स्‍वत: इस आदेश की अनुपालना के लिए बाध्‍य नहीं हैं. ऐसे आवेदनों को वे स्‍पष्‍टीकरण हेतु राजभाषा विभाग अथवा वित्‍त मंत्रालय को अग्रेषित करेंगे. अब कल्‍पना कीजिए कि एक ही जैसे मामलों पर अलग अलग तरह के सैंकडों अभ्‍यावेदन इधर से उधर होंगे. जिससे गफलत का माहौल बनने की संभावना है. इस संबंध में माननीय सर्वोच्‍च न्‍यायालय के आदेश की प्रति प्राप्‍त होते ही एसोसिएशन राजभाषा विभाग को एक विस्‍तृत अभ्‍यावेदन प्रस्‍तुत करेगा. जिस पर विभाग से सभी मंत्रालयों/विभागों के लिए मान्‍य आदेश जारी करने का अनुरोध किया जाएगा. ताकि एक साथ सभी अनुवादक साथियों को इसका लाभ प्राप्‍त सके. इसलिए सभी अनुवादक साथियों से अनुरोध है कि अभी किसी प्रकार की जल्‍दबाजी न करें. एसोसिएशन इस संबंध में होने वाली प्रगति से नियमित रूप से आप सभी को सूचित करती रहेगी. 
हम श्रीमती टी.पी.लीना के साहस को सलाम करते हैं. कैडर के अनुवादकों को भी यही हक दिलाने के लिए एसोसिएशन कटिबद्ध है और इस दिशा में सभी आवश्‍यक कार्रवाई करेगी. फिलहाल सभी को शुभकामनाएं :)

Wednesday 26 September 2012

1986 Case - Next date is 6th Nov, 2012.

1986 Case Update : The next date for the case has been fixed for 6th Nov, 2012. On the last date the lawyer from Govt side sought some more time for preparation, which he was granted.(It was the second time when he was granted time). But Hon'ble Judge has asserted that the Next date will be the date for argument. And no further time will be given to the Govt side. !!

-Moderator 

Friday 21 September 2012

वरीयता सूची में विसंगतियों के विषय में अंतिम अनुरोध...


प्रिय मित्रो, जैसा कि आप सब जानते हैं कि दिनांक 10 सितंबर, 2012 को राजभाषा विभाग ने वरिष्‍ठ एवं कनिष्‍ठ अनुवादकों की एक वरियता सूची अपनी वेबसाइट पर अपलोड़ कर विसंगतियों को 10 दिनों के भीतर विभाग के संज्ञान में लाने का अनुरोध किया था. कल वह समय अवधि समाप्‍त होने पर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने राजभाषा विभाग के अधिकारियों से मिल कर स्थिति का जायजा लिया. राजभाषा विभाग के अनुभाग अधिकारी श्री आर. पी. भाटिया ने हमें बताया है कि इस संबंध में एकाध रैंक संबंधी मामलों को छोड़कर आमतौर पर  सामान्‍य त्रुटियां ही विभाग के संज्ञान में लाई गई हैं. जिन्‍हें दुरूस्‍त कर लिया गया है. परंतु अभी भी 1991, 1992 एवं  1993 बैच के निम्‍न अनुवादकों के रैंक प्राप्‍त न होने के कारण उनकी वरीयता निर्धारित करने में कठिनाई आ रही है. शीघ्र ही विभाग अंतिम वरीयता सूची के आधार पर डीपीसी के लिए कार्रवाई करने जा रहा है. अतएव एक बार फिर निम्‍न सभी अनुवादकों से रैंक अथवा अनुक्रमांक उपलब्‍ध कराने के लिए विभाग ने अनुरोध किया है. कृपया दिनांक 27.09.2012 तक यह विवरण उपलब्‍ध कराने का कष्‍ट करें. तदोपरांत डीपीसी की कार्रवाई कर विभाग पदोन्‍नति आदेश जारी करेगा.

कैडर के अन्‍य सभी साथियों से भी अनुरोध है कि यदि निम्‍न अनुवादक साथी आपके आस-पास मौजूद हैं या आप उनसे परिचित हैं तो तुरंत ही उन्‍हें सूचित कर वांछित जानकारी प्राप्‍त करने में उनकी सहायता करें. 

BATCH 1991
Seniority No.
Name
Place of Posting.
15.
Sanjay Kumar
Dept.of Fertilizers
16.
Laxmi Rani Garg
Dept. of Revenue
17.
Vimlendra Pal Singh Bhadauria
Dir. of Shipping, Mumbai
BATCH 1992
42.
Sanv Richa
SIB, Chandigarh
43.
P.K.Sharma
Border Road Dev. Org.
44.
Anu Saxena
CPWD
46.
Kamakhya Narayan
Dept of Eco. Affairs
47.
Sujata Mattu
MIn. Of Environment & Forest
48.
Suman Kumari
National Building Construction Org.
49.
Ramhit. S. Gupta
Shipping Mumbai.
51
Usha Verma
Central Elect. Authority
52.
Manjit Kamal
DC, MSME
BATCH 1993
71
Sudha Verma
I B
72
Sanjeev Kumar
Economic Affairs
73
Sumit Kaur
Narcotics Control Bureau
74
Anjana Thakur
SIB, Chandigarh
75
Jyoti Mishra
LUCKNOW
76
Janak Arora
Plant Protectionm, Faridabad.
77.
Rajeev Grover

78.
Manglam Kouriz
IB Chennai
79.
Rita Kouriz
Civil Aviation
80.
Sandhya Thapliyal
UPSC
81.
Pradeep Roy

82.
Meena Bakhshi

83.
Rekha Vadhavan
Defence Finance
84.
Kuldeep Kaur

85.
Anil Srivastav
DOL
86.
Kulbhushan
Expired
87.
Amarkant singh
CPWD, Kolkata
88.
Param Jeet Yadav
Water Resources
89.
Vimla Dahiya
Marketing , Faridabd
90.
Ravi Kant
DOL
91.
Naresh Kumar
DC Handicraft, New Delhi
92.
Vinod Sukhram Kohre
Legal Affairs, Mumbai